हनुमानगढ़। निजी अस्पतालों में व्याप्त अनियमितताओं, झोलाछाप एवं मेडिकल स्टोर पर प्रैक्ट्सि करने वालों के विरुद्ध राज्य सरकार द्वारा आपरेशन ब्लैक थंडर अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत गुरुवार को रावतसर एवं नोहर में बिना चिकित्सकीय योग्यता के लोगों का इलाज कर रहे झोलाछाप की दुकानों की जांच की गई। कोई चिकित्सकीय डिग्री ना होने पर झोलाछाप की दुकानों पर तुरंत प्रभाव से ताला लगवाया गया। झोलाछाप को सख्त हिदायत दी गई कि यदि उसने पुन: यह काम शुरु किया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। गुरुवार देर शाम तक दोनों को नोटिस देने की कार्यवाही की जा रही थी। निरीक्षण कार्यवाही में डिप्टी सीएमएचओ डॉ. सुनील विद्यार्थी, स्वास्थ्य निरीक्षक संतकुमार बिश्नोई एवं डीपीओ जितेन्द्रसिंह राठौड़ उपस्थित रहे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया जिला कलक्टर श्री कानाराम के निर्देशन में आपरेशन ब्लैक थंडर अभियान के तहत गुरुवार को रावतसर व नोहर में लोगों का इलाज कर रहे झोलाछाप की दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि निरीक्षण दल ने रावतसर में मटोरिया गैरेज के पास स्थित माता राधिका हॉस्पीटल का औचक निरीक्षण किया, जहां पर तथाकथित चिकित्सक डॉ. विपल्व राय (43) निवासी कोलकाता मिला। निरीक्षण दल ने जांच में पाया कि हॉस्पीटल के पड़ोस में ही राधिका मेडिकोज है, जिसमें से हॉस्पीटल में जाने के लिए रास्ता बना हुआ है। मेडिकल स्टोर पर बैठे व्यक्ति नरेश कुमार द्वारा भी चिकित्सकीय प्रैक्ट्सि की जा रही है। डॉ. विपल्व राय ने बताया कि वह बीएएमएस योग्यताधारी है तथा आयुर्वेद पद्धति के अलावा एलोपैथी पद्धति में दवा, इंजेक्शन व ड्रिप आदि काम में लेते हैं। जांच के उपरांत डॉ. विपल्व राय व नरेश कुमार को योग्यता के कागजात सहित अन्य दस्तावेज स्वास्थ्य विभाग में प्रस्तुत करने के आदेश दिए तथा माता राधिका हॉस्पीटल को बंद करने के निर्देश दिए।