रतननगर. अभावों में पले बड़े और संघर्ष कर आईएएस बनने, अपनी मातृभूमि को बिजली, पानी, सडक़, स्कूल जैसी सुविधाएं दिलवाने वाले रेवेन्यू बोर्ड के चेयरमैन रहे तथा बीकानेर संभाग के प्रथम आईएएस डॉ. राधाकृष्ण चतुर्वेदी की 51वीं पुण्यतिथि रविवार को प्रेरणा दिवस के रूप में समारोह पूर्वक मनाई गई।
समारोह की अध्यक्षता साहित्यकार मुरारीलाल महर्षि ने की,वहीं मुख्य अतिथि पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, अति विशिष्ट अतिथि विधायक हरलाल सहारण व पालिकाध्यक्ष निकिता गुर्जर,विशिष्ठ अतिथि भाजपा नेता चन्द्राराम गुरी, पूर्व पालिका अध्यक्ष गोविन्द प्रसाद शर्मा, राजेंद्र धरेंद्रा, नरेंद्र चतुर्वेदी, संपतलाल कटारिया,नारायणप्रसाद सैनी थे।
इस मौके पर आयोजको ने अतिथियों का माल्यापर्ण एवं शॉल उढाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा की हम सब के प्रेरणापुंज श्रद्धेय राधाकृष्ण चतुर्वेदी ने देश-प्रदेश में राजकीय सेवाओं में विभिन्न दायित्व का निर्वहन करते हुए लोक सेवा के अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किए। उनकी कुशल प्रशासनिक क्षमता, लोक और सामाजिक सेवा का ही परिणाम है कि आज भी मरुधरा उन्हें श्रद्धा से याद करती है। रतननगर के विकास के संवाहक थे चतुर्वेदी। सबके आदर्श बनें चतुर्वेदी जी भले ही आज हमारे बीच नहीं है लेकिन उनके सिद्धांत, आदर्श जीवन हमें हर वक्त प्रेरणा देते रहेंगे। वहीं विधायक हरलाल ने कहा की छोटे से कस्बे रतननगर ने एक ऐसे महामना राधाकृष्ण चतुर्वेदी को जन्म दिया जिन्होंने बड़े सघर्ष से एक ऐसा मुकाम प्राप्त किया जिसकी वर्तमान में कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। जिस समय शिक्षा के कोई साधन नहीं थे फिर भी उन्होनेें उच्च शिक्षा प्राप्त कर आइएएस बने और देश सेवा की।इस मौके पर उनके पौत्र और समाजसेवी अखिलेश चतुर्वेदी ने कहा की राधाकृष्ण जी ने शोषित, पीडि़त, वंचित, युवा और नारी शक्ति के उत्थान के साथ-साथ उन्होंने ग्राम्य विकास को एक मुकाम दिया। जो हर आनेवाले कल को प्रेरणा देता रहेगा। उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व का संक्षेप उल्लेख करना कठिन है। उनकी ओर से किए गए असिमित कार्यों पर चर्चा करते हुए जनपद के लोग आज भी अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते है। उनकी स्मृति कभी विस्मृत नहीं हो ऐसा हम सभी का प्रयास रहे। इस मौके पर वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला और कहा कि कस्बे के विकास में उनके दिए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों और नगरवासियों ने कस्बे के बस स्टैंड स्थित मूर्ति सर्किल पर पूर्व आईएएस चतुर्वेदी की मूर्ति पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर श्रद्धाजंलि अर्पित की।
ये रहे मौजूद
डॉ. गिरीश चन्द,डॉ. मंजूश्री,डॉ. प्रद्युम्न शर्मा, बिन्नू-प्रो. रमेश मिश्रा, सुक्खन चतुर्वेदी, अखिलेश चतुर्वेदी, सुनीता, डॉ. अक्षत, आयुष चतुर्वेदी, स्वाति,तारा चतुर्वेदी, डॉ. कमायनी, डॉ. मनीष-डॉ. कीर्ति चतुर्वेदी, रमेशचन्द्र, पुष्पा चतुर्वेदी, भुवन,ममता चतुर्वेदी, सिद्धार्थ,आंचल चतुर्वेदी,शिल्पा,अतुल शर्मा, आशीष,वैशाली चतुर्वेदी, अमित रोशनी चतुर्वेदी, डॉ. उमेश चन्द्र, चन्द्रा चतुर्वेदी,डा.विवेक,डॉ.शैफाली चतुर्वेदी,डा.गोपिका, अरुण शर्मा,शंकर लाल ,सोहिनी शर्मा, दिनेश,लता शर्मा, डॉ.अरूण,डॉ. पदमा शर्मा, मोहिनी स्वामी, आरती, डॉ.के.पी. शर्मा अतुल,अंगरीश, दीपेश,मंजू स्वामी, दीपीका,संजय पालडिया,सावित्री देवी चतुर्वेदी, श्याम सुन्दर शर्मा (पुजारी), सुरेंद्रसिंह राठौड़, नारायणप्रसाद महर्षि, नारी शक्ति टीम अध्यक्ष संतोष परिहार, प्रोफेसर केसी सोनी, एडवोकेट अरविंद मिश्रा, एडवोकेट अरविंद पिचलंगिया, एडवोकेट आनंद महर्षि, योगाचार्य शंकरलाल कटारिया, शिवप्रकाश पिचलंगिया, विनोदकुमार सैनी, रविन्द्र चतुर्वेदी, पार्षद ओम जांगिड़, राजेंद्रप्रसाद खांडल, लीलाधर बील, सुखदेव सोनी, चौधरी छगनलाल, गिन्नीलाल नाई, मदनलाल परिहार, हुणताराम चौधरी, जितेंद्र धरेंद्रा, जयंत परिहार ,सांवरमल तंवर, ऋषिकेश चोटिया, नगेंद्रसिंह राठौड़, रफीक खान, पप्पू सहल आदि मौजूद रहे।