- खाद्य व्यवसाइयों को शुद्ध भोजन व साफ-सफाई रखने के लिए किया पाबंद
- सीएचसी गोगामेड़ी, मेला स्थल एवं परिसर परिसर के अंदर स्थित डिस्पेंसरी का निरीक्षण
- मरीजों से मिलकर चिकित्सकीय व्यवस्थाओं का लिया जायजा
- हनुमानगढ़। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा गोगामेड़ी में आयोजित मेले में 19 अगस्त से चिकित्सा विभाग एवं खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा निरंतर व्यवस्थाएं सम्भाली जा रही है। मेलास्थल, मंदिर परिसर के अंदर एवं सीएचसी गोगामेड़ी पर आमजन का उपचार कर दवाइयां दी जा रही है। इसके अलावा खाद्य व्यवसाइयों को नए फूड लाइसेंस देकर उन्हें शुद्ध एवं स्वच्छ खाद्य सामग्री बेचने एवं साफ-सफाई रखने के निरंतर जांच की जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने आज गोगामेड़ी मेले में जाकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही चिकित्सकीय सेवाओं एवं व्यवस्थाओं की जांच की। इसके साथ उन्होंने मेला परिसर के अंदर स्थित डिस्पेंसरी, गोगामेड़ी सीएचसी का भी निरीक्षण किया। उनके साथ नोहर बीसीएमओ डॉ. प्रदीप कड़वासरा, एफएसओ रफीक मोहम्मद, गोगामेडी सीएचसी एमओ डॉ. संदीप, रामगढ़ सीएचसी इंचार्ज डॉ. राकेश, डॉ. राजेश, एमपीडब्ल्यू रामचन्दर उपस्थित रहे। डॉ. नवनीत शर्मा ने देवस्थान विभाग के कार्यालय में देवस्थान विभाग उदयपुर से आए अतिरिक्त कमिशनर जतिन गांधी, देवस्थान विभाग के एडी गौरव सोनी से मुलाकात कर चिकित्सा विभाग के कार्यों पर चर्चा की।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि आज उन्होंने नोहर के गोगामेड़ी क्षेत्र में आयोजित गोगामेड़ी मेले एवं मंदिर परिसर में स्थित डिस्पेंसरी का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां कार्य कर रहे चिकित्साकर्मियों एवं उपचार करवाने आए मरीजों से चिकित्सकीय व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि 19 अगस्त से स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीमों द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने ओपीडी रजिस्टर, दवाइयों एवं मरीजों के बारे में स्टाफ से जानकारी ली। स्टाफ ने बताया कि मेला डिस्पेंसरी में रोजाना 200 से अधिक मरीजों को दवाइयां दी जा है। डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा विभाग ने मेलास्थल पर खाद्य व्यवसाइयों को 90 फूड लाइसेंस दिए गए हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग ने अब तक 60 सैम्पलिंग की कार्यवाही की है। विभाग द्वारा खाद्य व्यवसाइयों को साफ-सफाई रखने एवं शुद्ध सामग्री बनाने एवं ढककर उसकी बिक्री करने के लिए पाबंद किया हुआ है। सामग्री की जांच में बेकार वस्तुओं एवं एक्सपायरी सामग्री को नष्ट करने की कार्यवाही भी की जा रही है। आइसक्रीम शेक बेचने वालों की भी सैम्पलिंग की गई है। होटल एवं भण्डारा आयोजित करने वालों के खाने की जांच भी की जा रही है। उन्होंने बातया कि मेला स्थल पर तीन एम्बूलेंस की डयूटी लगी हुई है, प्रत्येक एम्बूलेंस प्रतिदिन 2 से 3 मरीज को अस्पताल लेकर जा रही है जबकि अत्यधिक भीड़ वाले दिनों में प्रत्येक एम्बूलेंस द्वारा 7 से 8 मरीजों को चिकित्सा संस्थानों पर उपचार के लिए पहुंचाया जाता है। उन्होंने बताया कि चिकित्साकर्मी प्रतिदिन पैदल मेले में विजिट कर रहे हैं। पानी के टैकरों का क्लोरीनेशन किया जा रहा हैं। जाट कुण्ड में मेडिकल स्टाफ द्वारा दो बार क्लोरीनेश किया जा चुका है। प्रतिदिन विजिट कर जांच की जाती है। इसके अलावा उन्होंने गोगामेड़ी सीएचसी का भी निरीक्षण किया। वहां उन्होंने सीएचसी कैम्पस, समस्त वार्ड, लेबर रूम, डेÑसिंग रूम, ओपीडी एरिया, दवा काउंटर, लैबोरेट्री, एम्बूलेंस सर्विस आदि का भी निरीक्षण किया। डॉक्टर्स ने बताया कि गोगामेड़ी सीएचसी में 13 दिनों में 3 हजार से अधिक मरीजों का इलाज एवं 6 पोस्टमार्टम किए जा चुका है। डॉक्टर्स ने बताया कि सीएचसी में प्रतिदिन 250 मरीजों की ओपीडी एवं जबकि अत्यधिक भीड़ वाले दिनों में 400 से 600 मरीजों की ओपीडी हो जाती है। डॉ. नवनीत शर्मा ने मेलास्थल की व्यवस्थाओं में चौबीस घंटे सेवाएं देने के लिए जुटी चिकित्सकीय टीम की प्रशंसा की।
सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने गोगामेड़ी मेले में स्वास्थ्य सेवाओं एवं खाद्य पदार्थों का किया आकस्मिक निरीक्षण
RELATED ARTICLES