माचिस मैंन के नाम से मशहूर सादुलपुर के श्याम सुंदर अग्रवाल ने मात्र 10 साल की उम्र से माचिस का संग्रह करना शुरू किया और आज उनकी उम्र 70 साल हो गई है उनके म्यूजियम में अद्भुत जो पूरे वर्ल्ड में नहीं है ऐसी नायाब और प्राचीन सामग्री देखने को मिल रही है अमेरिका ऑस्ट्रेलिया बेल्जियम लंदन चीन देश विदेश के बड़े-बड़े ऑफिसर और सेलिब्रिटीज उनका म्यूजियम देखने के लिए आ रहे हैं उन्होंने अपना पूरा जीवन इतिहास को साकार रूप देने में लगा दिया एक अकेले व्यक्ति द्वारा इतना बड़ा संग्रहालय स्थापित करना अपने आप में बहुत बड़ा आश्चर्य है इनके संग्रहालय में 7:30 लाख माचिस देश-विदेश की ओर लाखों की तादाद में ताश हर देश की ओर अन्य अद्भुत वस्तुओ का संग्रह है जिनको एक दिन में देख पाना मुश्किल है गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने भी इन्हे माचिस मैंन की उपाधि से अलंकृत किया है सीमित निजी संसाधन से यह सब करना अभिभूत करता है