ऑटो चालकों का किराए का लालच स्कूल संचालकों को बच्चों का लालच
हनुमानगढ़ हनुमानगढ़ टाउन में जंक्शन के नामी ग्रामीण स्कूलों ने पुरानी कंडम बसें बाल वाहिनी के रूप में लगा रखी है अभिभावकों से भारी भरकम फीस वसूलने के बाद भी बच्चों के भविष्य के साथ जोखिम में डाला जा रहा है सुप्रीम कोर्ट ने बाल वाहिनियों के लिए दिशा निर्देश जारी कर रखे हैं जिसकी पालन नहीं हो रही है हनुमानगढ़ जिले में कुछ स्कूल संचालकों ने पुरानी बसें व टेंपो पर रंग रोगन करवा कर नया लुक दे रखा है ज्यादातर बाल वाहिनियों में केयरटेकर व जीपीएस सिस्टम भी नहीं लगे हुए हैं ग्रामीण क्षेत्र से बच्चों को लाने ले जाने वाली बाल वाहिनियों के बारे में ग्रामीणों ने मीडिया को बताया की बाल वाहिनियों में बच्चों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है क्षमता से अधिक बच्चों को बाल वाहिनी में बैठाया जाता है गर्मी के चलते बच्चों का बुरा हाल हो जाता है जिससे बच्चे बीमार भी पड़ जाते हैं इधर नया सत्र प्रारंभ हो चुका है किंतु परिवहन विभाग ने किसी भी प्रकार की फिटनेस व अन्य जांच अभी तक शुरू नहीं की है लगता है प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है